Friday, February 14

फिर तुमने परेशान करना शुरू किया ना.. आखिर तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है. 400 - 500 किलोमीटर की दूरी पर बैठे हो, अच्छे भले हो, मैं भी यहाँ चंगी हूँ फिर क्यों मुझे जता दिया कि आज वेलेंटाइन डे है. ये बारिश हमेशा मुझे धोखा देती है और तुम्हारा साथ. पता नहीं ये गुस्ताख़ दिल बारिश को देखकर ही क्यूँ फिसलता है. और जैसा की तुम जानते हो बारिश के साथ मेरा और ठीक उसी बारिश के साथ तुम्हारा भी गहरा  रिश्ता है. और आज वेलेंटाइन डे पर आँख-मिचौली का खेल खेलते-खेलते बादल के आशियाने से चिरा-फाड़ी करते हुए मेरे आशियाने तक ही गयी हज़ारों बूंदे, उन्ही बूदों में सिमटे हम और हमारी यादें,,,,सच में ज्यादा वाला मिस-विस कर रही हूँ और गुस्सा हूँ अपने इरादों से, डेली कोई कोई नाटक. अभी थोड़ी देर पहले ही मन पक्का किया कि फ्यूचर, सपने सबको एक बार फिर से जगाना है. उम्र और लाइफ दोनों रेत की भांति हाथ से फिसले ही जा रही है पर देखो बारिश- बरखा ने सब का सब ख़राब कर दिया. और जब बात तुम्हे याद करने की आती है तो मैं कॉम्प्रोमाइज़ तो  बिल्कुल नहीं कर सकती. याद के टाइम सिर्फ याद
लव का लवेरियां नामा बर्फी का टुकड़ा तुम्हारी खिदमत में पेश करती हूँ...

दिल चीज़ क्या है, आप मेरी जान लीजिये
बस एक बार मेरा कहा मान लीजिये

इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार
दीवार--दर को गौर से पहचान लीजिये
दिल चीज़ क्या है...

माना के दोस्तों को नहीं दोस्ती का पास 
लेकिन ये क्या के गैर का अहसान लीजिये
दिल चीज़ क्या है...

कहिये तो आसमां को ज़मीं पर उतार लाएं
मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिये
दिल चीज़ क्या है..
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Movie/Album: उमराव जान (1981)
Music By: खय्याम

Lyrics By: शहरयार

Performed By: आशा भोंसले